खेळ शब्दांचा
कागदावरी
कल्लोळ भावनांचा
बोहल्यावरी
........................अस ्मित
आइना पूछता रहा कहानी मेरी तनहाई की,
मैंने रूबरू किया ख़ुद्के जनाज़े से उसे
.......................... .................अस्मित
कागदावरी
कल्लोळ भावनांचा
बोहल्यावरी
........................अस
आइना पूछता रहा कहानी मेरी तनहाई की,
मैंने रूबरू किया ख़ुद्के जनाज़े से उसे
..........................